नए साल में चौड़ा होगा यमुनोत्री हाईवे, चारधाम यात्रा बनेगी आसान और सुरक्षित
नए साल में यमुनोत्री हाईवे के चौड़ीकरण से आगामी चारधाम यात्रा के लिए बेहतर और सुरक्षित आवाजाही की उम्मीद है। सड़क चौड़ीकरण की निविदा और अनुबंध प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है।
यमुनोत्री हाईवे पर मरोड़ से रिखांऊ खड्ड और पालीगाड से जानकीचट्टी तक के हिस्से में चौड़ीकरण कार्य जल्द शुरू होने जा रहा है। मरोड़ से रिखांऊ खड्ड के लिए निविदा प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और अनुबंध अंतिम चरण में है, जबकि पालीगाड से जानकीचट्टी के लिए निविदा प्रक्रिया जारी है।
यमुनोत्री धाम को हरबर्टपुर-बड़कोट (हाईवे 123) और धरासू बैंड-फूलचट्टी (हाईवे 94) से जोड़ा गया है। हालांकि, चारधाम सड़क परियोजना में केवल हाईवे 94 को शामिल किया गया था। इस पर लंबे समय से हो रही मांग को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हाईवे 123 को भी चौड़ीकरण योजना में शामिल करने का निर्णय लिया।
मरोड़ से रिखांऊ खड्ड तक 15 किमी का क्षेत्र दुर्घटना-प्रवण माना गया है। यहां निविदा प्रक्रिया पूरी होने के बाद अनुबंध कार्य जल्द शुरू होगा। मुराडी तक 26 किमी के हिस्से में निविदा प्रक्रिया जारी है, जबकि शेष बड़कोट बैंड तक डीपीआर और वन भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया चल रही है। इसके अलावा, पालीगाड से जानकीचट्टी के 24 किमी हिस्से पर भी निविदा प्रक्रिया अंतिम चरण में है, और इस महीने के अंत तक कार्य शुरू होने की संभावना है
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डामटा से बड़कोट तक के 40 किमी क्षेत्र में पिछले छह वर्षों में 43 से अधिक लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवा चुके हैं। इनमें वर्ष 2018 की डामटा बस दुर्घटना और रिखांऊ खड्ड के पास 26 श्रद्धालुओं की मौत जैसी घटनाएं शामिल हैं।
चौड़ीकरण कार्य के पूरा होने से आगामी चारधाम यात्रा के लिए यह हाईवे अधिक सुगम और सुरक्षित बनेगा।