उत्तराखंड: नदी के बीच बनाया गया 13 करोड़ का पंपिंग प्रोजेक्ट बरसात में बहा, जिम्मेदारों पर कार्रवाई शून्य
पौड़ी के यमकेश्वर ब्लॉक में जुलेड़ी पंपिंग योजना के निर्माण में पेयजल निगम की भारी चूक सामने आई है। 13 करोड़ रुपये की लागत से तैयार की जा रही यह परियोजना नदी के बीच में बनाई गई थी। पिछले साल अगस्त में हुई अतिवृष्टि में इस परियोजना के पंपिंग स्टेशन, जलाशय, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और 20 मीटर लंबा पुल बह गया। पंपिंग स्टेशन का लगभग 80 प्रतिशत हिस्सा मलबे में दब गया।
भूगर्भ विज्ञानी डॉ. एमपीएस बिष्ट द्वारा की गई जांच में यह स्पष्ट हुआ कि परियोजना के लिए गलत स्थान का चयन किया गया था। उनकी रिपोर्ट में इस चूक का जिक्र होने के बावजूद, अब तक किसी भी जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई है।
निगम ने अब नई जगह पर इस परियोजना के पुनर्निर्माण के लिए प्रस्ताव तैयार करना शुरू कर दिया है। हालांकि, यह सवाल बरकरार है कि इस प्रकार की लापरवाही से न केवल सरकारी धन का दुरुपयोग होता है, बल्कि आम जनता को भी पानी की कमी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
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यह मामला पेयजल निगम में गहराई तक फैली खामियों को उजागर करता है, जहां फाइलों में कार्रवाई की मांग दबा दी जाती है।