पीआरडी जवानों की बेटियों की शादी के लिए 50 हजार रुपये की सहायता
युवा कल्याण मंत्री ने घोषणा की है कि अब महिला प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी) जवानों को 180 दिन का मातृत्व अवकाश मिलेगा, और इस अवधि में वेतन में कोई कटौती नहीं की जाएगी। इसके अलावा, पीआरडी जवानों के बच्चों को छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि पीआरडी जवानों की बेटियों की शादी के लिए 50,000 रुपये की सहायता दी जाएगी। साथ ही, सेवानिवृत्त जवानों के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु जल्द ही एक केंद्र शुरू किया जाएगा। इन घोषणाओं के साथ, मंत्री ने यह भी कहा कि मृतक जवानों के आश्रितों को 14 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है।
युवा कल्याण निदेशालय के मैदान में आयोजित एक कार्यक्रम में यह घोषणाएँ की गईं। मंत्री ने बताया कि राज्य के विकास में पीआरडी जवानों का योगदान महत्वपूर्ण रहा है। चाहे वह चुनाव हो, चारधाम यात्रा हो, या कानून व्यवस्था बनाए रखने का कार्य हो, हर स्थिति में पीआरडी जवानों ने सक्रिय भूमिका निभाई है। सरकार ने पीआरडी जवानों की मांगों को ध्यान में रखते हुए उनके कार्यकाल की आयु सीमा 18 से बढ़ाकर 60 वर्ष कर दी है और मानदेय को बढ़ाकर 650 रुपये प्रतिदिन किया है। 2027 से पहले मानदेय में और वृद्धि करने की योजना भी बनाई गई है।
कार्यक्रम के दौरान, परेड में 10 वाहिनियों ने भाग लिया। इनमें विक्टोरिया क्रॉस दरबान सिंह नेगी वाहिनी ने पहला, वीर माधो सिंह भंडारी वाहिनी ने दूसरा, और नेताजी सुभाष चंद्र बोस वाहिनी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। मंत्री ने बताया कि 2022 से अब तक सरकार ने 101 मृतक पीआरडी जवानों के आश्रितों को नौकरी प्रदान की है। इसके अतिरिक्त, 3650 दिन की सेवा पूरी करने वाले सेवानिवृत्त जवानों को एक लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की जा रही है।