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जालसाज लोगों से पैसे ऐंठने के लिए अजीबोगरीब साजिश रचते ही रहते है। कभी वह खुदको बड़ा अफसर बताते हैं तो कभी खुद को बैंक कर्मचारी तो कभी कुछ और। इसी तरह का एक मामला गोवा से सामने आ रही है। इस मामले में कुछ साइबर जालसाजों ने लोगों से पैसे मांगने के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी सहित दो शीर्ष सरकारी अधिकारियों के फर्जी व्हाट्सएप खाते बनाए।पीटीआई, पणजी। गोवा में मुख्य निर्वाचन अधिकारी सहित दो शीर्ष सरकारी अधिकारियों ने शिकायत दर्ज कराई है

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कि कुछ साइबर जालसाजों ने लोगों से पैसे मांगने के लिए उनके फर्जी व्हाट्सएप खाते बनाए हैं। पुलिस ने बुधवार को इसकी जानकारी दी।एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गोवा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) रमेश वर्मा और राज्य विधानसभा सचिव नम्रता उलमान ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ उनकी नकल करने के लिए अलग-अलग शिकायतें दर्ज कीं।वर्मा ने मंगलवार को गोवा पुलिस की साइबर अपराध शाखा में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने कहा, जबकि उलमान ने इसे रविवार को दर्ज कराया था

।पुलिस अधिकारी ने बताया कि वर्मा की ओर से सीईओ की निजी सहायक उर्मिता भंडारी द्वारा दायर शिकायत में कहा गया है कि अज्ञात आरोपी ने वर्मा का व्हाट्सएप अकाउंट बनाया और उनकी संपर्क सूची में लोगों से संपर्क कर वित्तीय मदद की मांग की।डिस्प्ले पिक्चर के रूप में अधिकारियों के फोटो का किया इस्तेमालअधिकारी ने कहा कि आरोपी ने यह दिखाने के लिए कि यह व्हाट्सएप अकाउंट अधिकारियों से संबधित है उन्होंने डिस्प्ले पिक्चर के रूप में वर्मा की तस्वीर का इस्तेमाल किया और खुद को सीईओ बताते हुए संदेश भेजे।उन्होंने कहा, उलमान के मामले में भी इसी तरह की कार्यप्रणाली का इस्तेमाल किया गया था। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत दो मामले दर्ज किए हैं।

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