रुड़की में खेत की मेढ़ को लेकर खूनी संघर्ष, एक की हत्या, तीन घायल; गांव में तनाव
रुड़की के आमखेड़ी गांव में खेत की मेढ़ को लेकर हुए विवाद ने खूनी संघर्ष का रूप ले लिया, जिसमें एक व्यक्ति की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई और तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। इस हिंसक झड़प के बाद गांव में तनाव का माहौल बन गया है, और पुलिस ने इलाके में सुरक्षा बल तैनात कर दिया है।l
खेत की मेढ़ पर शुरू हुआ विवाद
मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के आमखेड़ी गांव में मंगलवार सुबह सुंदर पक्ष के लोग खेत की मेढ़ पर काम कर रहे थे। इसी दौरान दूसरे पक्ष के लोगों के साथ उनका विवाद हो गया। विवाद कुछ समय के लिए शांत हो गया और दोनों पक्ष गांव वापस लौट आए। लेकिन दोपहर होते ही मामला फिर से भड़क उठा। आरोप है कि दूसरे पक्ष के लोगों ने सुंदर पक्ष पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया। इस हमले में आजाद, सुंदर, सेवाराम उर्फ शिवाजी सहित चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
अस्पताल में आजाद की मौत, दो की हालत गंभीर
घायल हुए चारों लोगों को आनन-फानन में रुड़की के सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने आजाद को मृत घोषित कर दिया। वहीं, सेवाराम और सुंदर की हालत नाजुक देखते हुए उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। इस हमले से गांव में दहशत फैल गई है और तनाव की स्थिति बनी हुई है।
पुलिस ने गांव में तैनात की सुरक्षा
खूनी संघर्ष की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और गांव में स्थिति का जायजा लिया। साथ ही सिविल अस्पताल में भी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। पुलिस के अनुसार, दूसरे पक्ष के कुछ लोग भी इस संघर्ष में घायल हुए हैं। गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए वहां पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
मामले की जांच जारी, तहरीर के बाद होगी कार्रवाई
मंगलौर कोतवाली प्रभारी शांति कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और दोनों पक्षों से जानकारी जुटाई जा रही है। उन्होंने कहा कि जैसे ही तहरीर प्राप्त होगी, मुकदमा दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पुलिस सभी तथ्यों की जांच कर रही है ताकि मामले की सही स्थिति स्पष्ट हो सके।
तनावपूर्ण स्थिति, पुलिस ने की लोगों से शांति की अपील
गांव में बने तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए पुलिस ने ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील की है। प्रशासन ने कहा है कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और किसी भी प्रकार की कानून-व्यवस्था में बाधा डालने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस लगातार गांव में गश्त कर रही है ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके। यह घटना एक बार फिर से यह बताती है कि कैसे छोटे से विवाद भी हिंसक रूप ले सकते हैं, और ऐसे में प्रशासन की भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है।