कोटद्वार से दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल के लिए नई एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन हुआ शुरू, पहले दिन देहरादून के लिए रवाना हुए इतने यात्री।
उत्तराखंड से एक बड़ी खबर सामने आ रही है खबर के मुताबिक बताया जा रहा है कि कोटद्वार से दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल के लिए नई एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन शनिवार से शुरू हो गया है। जी हां आपको बता दें कि राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी और उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधरी दिल्ली से वर्चुअल उद्घाटन कार्यक्रम से जुड़े।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और हरिद्वार के सांसद रमेश पोखरियाल निशंक देहरादून से और कोटद्वार में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी और गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। पहले दिन ट्रेन से 150 यात्री रवाना हुए।
वहीं, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने कहा कि दिल्ली के लिए नई ट्रेन की मांग गढ़वालवासियों की रही है। उनके साथ ही गढ़वाल सांसद, विधानसभा अध्यक्ष और सभी ने मिलकर इसके लिए प्रयास किए थे। उन्होंने नई ट्रेन के संचालन के लिए केंद्रीय रेल मंत्री का आभार जताया। कहा कि देहरादून की तरह ही कोटद्वार से लखनऊ के लिए वंदे भारत ट्रेन चलाने के लिए आग्रह किया जा रहा है।
इसी के साथ विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने कहा कि कोटद्वार गढ़वाल का द्वार है। उन्होंने सभी को नई ट्रेन के संचालन के लिए बधाई दी। साथ ही केंद्रीय रेल मंत्री का आभार व्यक्त किया। कहा कि इस ट्रेन को कोटद्वार से देहरादून के लिए भी चलाने के प्रयास किए जाने चाहिए। इस मौके पर उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधरी ने अतिथियों का स्वागत किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि नई ट्रेन के संचालन से दिल्ली के लिए यात्रा सुगम और आसान होगी। कहा कि पीएम के नेतृत्व में भारतीय रेलवे और अधिक सुरक्षित हुआ है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन भी जल्द शुरू हो जाएगी। उन्होंने नई ट्रेन का नाम पेशावर कांड के नायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के नाम पर रखने और इसका संचालन जयपुर तक करने की मांग भी की।
आपको बता दें कि उद्घाटन कार्यक्रम में गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने सूतक काल में उद्घाटन कराने पर नाराजगी व्यक्त की। कहा कि रेलवे के अधिकारियों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए था। कहा कि उन्होंने स्वयं गढ़वाल के लोगों की इस समस्या को संसद में उठाया था, जिस पर केंद्रीय रेल मंत्री ने इसकी सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की। वहीं, इसके बाद सांसद बलूनी के अथक प्रयासों से इस ट्रेन का संचालन संभव हो पाया।