उत्तराखंड: राजाजी में नए साल पर आएगा नया बाघ, बढ़ेगी बाघों की संख्या
नए साल में राजाजी टाइगर रिजर्व के पश्चिमी हिस्से में बाघों की संख्या बढ़ने की तैयारी है। कार्बेट टाइगर रिजर्व से एक नया बाघ लाने की योजना को मंजूरी मिल चुकी है। पश्चिमी क्षेत्र, जो पहले बाघ-विहीन हो चुका था, अब तक चार बाघों के स्थानांतरण के बाद आबाद हो रहा है। इसमें एक नर और तीन मादाएं शामिल थीं। अब पांचवें बाघ को यहां लाने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
हालांकि, अभी तक यह तय नहीं हुआ है कि आने वाला बाघ नर होगा या मादा। एनटीसीए से अनुमति मिलने के बाद इस दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं। राजाजी टाइगर रिजर्व के निदेशक कोको रोसे ने बताया कि कार्बेट से कुल पांच बाघ लाने की योजना थी। चार बाघ पहले ही लाए जा चुके हैं और अब आखिरी बाघ जल्द यहां लाया जाएगा।
पश्चिमी हिस्से में बाघों का कुनबा बढ़ाने के प्रयास में राजाजी प्रशासन को सफलता मिली, जब एक बाघिन ने चार शावकों को जन्म दिया। हालांकि, यह खुशी ज्यादा दिन नहीं टिक पाई क्योंकि दो शावकों को गुलदार ने शिकार बना लिया। दो अन्य शावकों का भी अब तक पता नहीं चल सका है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, मारे गए शावकों के गले पर ऐसे निशान पाए गए जो आमतौर पर गुलदार के शिकार पर दिखते हैं। माना जा रहा है कि गुलदार ने बाकी शावकों को ऐसे स्थान पर शिकार बनाया जहां वनकर्मियों की पहुंच नहीं है।
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राजाजी प्रशासन इस घटना से सबक लेते हुए बाघ संरक्षण के लिए और ठोस कदम उठाने की योजना बना रहा है। पश्चिमी हिस्से में बाघों की आबादी बढ़ाने का यह प्रयास एक बड़ी उपलब्धि साबित हो सकता है।