Uttarakhand

केदारनाथ धाम: खराब मौसम से बाधित यात्रा, हेलिकॉप्टर सेवा ठप, यात्रियों का इंतजार जारी

केदारनाथ धाम में इस बार वीआईपी दर्शन की व्यवस्था समाप्त हो जाने के कारण भक्तों की लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं। बाबा केदार के दर्शन के लिए भक्तों में जोश बेहद बढ़ गया है। मंदिर के सभामंडप से गर्भगृह तक भीड़ इस कदर है कि यात्रियों को दर्शन के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।

पंच केदार में प्रमुख केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने में अब सिर्फ एक सप्ताह का समय बचा है, और श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ रही है। हेलिपैड पर सुबह से ही टिकट के लिए लंबी कतारें लग रही हैं, और वेटिंग रूम भी पूरी तरह भरे पड़े हैं।

रविवार की सुबह 6 बजे से गुप्तकाशी, फाटा और शेरसी हेलिपैड पर यात्रियों की भीड़ जुटने लगी थी। केदारनाथ में मौसम की अनिश्चितता के कारण सुबह 7 बजे उड़ान भरने वाले यात्रियों को 9 बजे के बाद ही फ्लाइट मिली। इसी तरह, अन्य यात्रियों को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। पूर्वान्ह 11 बजे के बाद जिनका टिकट बना, वे खराब मौसम के कारण केदारनाथ नहीं पहुँच सके। धाम से लौटने वाले यात्रियों की स्थिति भी ऐसी ही रही।

हालांकि, बाबा केदार के दर्शनों को लेकर भक्तों का उत्साह बहुत अधिक है। इस साल वीआईपी दर्शन की व्यवस्था खत्म होने के कारण सामान्य भक्तों के लिए कतारें लंबी हो गई हैं। स्थिति ऐसी है कि केदारनाथ में यात्रा का अंतिम सप्ताह पहले सप्ताह की तरह ही भीड़भाड़ से भरा हुआ दिखाई दे रहा है।

मंदिर से लगभग 100 मीटर पीछे आदिगुरु शंकराचार्य की समाधि स्थल पर भी सैकड़ों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं, और कई यात्री यहां ध्यान कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत केदारनाथ पुनर्निर्माण के पहले चरण में आदिगुरु शंकराचार्य समाधिस्थल का पुनर्निर्माण किया गया है। इसके साथ ही रेतस कुंड में भी भक्तों की भीड़ उमड़ रही है, जहां “ऊं नम: शिवाय” का उच्चारण करते ही कुंड से बुलबुले उठते हैं।

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केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्य के दूसरे चरण की गतिविधियाँ तेज़ी से चल रही हैं। दोपहर के बाद ठंड बढ़ने पर भी मजदूर काम में जुटे हैं। भवनों का निर्माण जारी है, और सरस्वती नदी पर पुल का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। बीकेटीसी भवन, अस्पताल और अन्य कार्य भी अंतिम चरण में हैं।

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