नैनीताल में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने विकास की बनाई थी रूपरेखा, स्थानीय भोजन ने किया था प्रभावित
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया, जिससे देशभर में शोक की लहर है। 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह की यादें नैनीताल से भी जुड़ी हुई हैं। सितंबर 2006 में कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों का राष्ट्रीय समागम नैनीताल में आयोजित हुआ था, जहां उन्होंने विकास की नई दिशा तय की थी।
इस महत्वपूर्ण समागम में कांग्रेस शासित 14 राज्यों के मुख्यमंत्री और कई केंद्रीय मंत्री शामिल हुए। इसका उद्देश्य इन राज्यों के विकास को एक आदर्श मॉडल के रूप में प्रस्तुत करना और नीतिगत कार्ययोजना तैयार करना था। इस दौरान मनमोहन सिंह की लोकप्रियता अपने चरम पर थी। उनकी सरलता और प्रभावशाली व्यक्तित्व ने सभी को प्रभावित किया।
इस कार्यक्रम में सोनिया गांधी भी शामिल हुईं और वे तथा मनमोहन सिंह राजभवन में ठहरे, जबकि अन्य अतिथि नैनीताल क्लब और बलरामपुर हाउस में रुके। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी सहित कई बड़े नेताओं ने इस समागम में भाग लिया।
इस आयोजन की तैयारियां महज 15 दिनों में पूरी की गईं। नैनीताल क्लब के शैले हॉल का जीर्णोद्धार किया गया और पूरे नैनीताल का सौंदर्यीकरण किया गया। साथ ही हल्द्वानी-नैनीताल मार्ग को भी दुरुस्त किया गया। अतिथियों को विशेष रूप से कुमाऊंनी व्यंजन परोसे गए, जिन्होंने उनका मन मोह लिया।
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यह समागम न केवल उत्तराखंड बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी एक ऐतिहासिक घटना के रूप में दर्ज है, जिसने मनमोहन सिंह के कुशल नेतृत्व और विकासवादी दृष्टिकोण को उजागर किया।