यहां महिला ने खुद को आग लगाकर की आत्महत्या, दहेज के लिए किया जा रहा था प्रताड़ित
उत्तराखंड से एक बड़ी खबर सामने आ रही है खबर के मुताबिक बताया जा रहा है कि जहाँ देश में दहेज प्रथा के खिलाफ कई कानून बनाए गए हैं। दहेज को एक संगीन अपराध माना गया है। फिर भी लोग आज भी अपनी बहुओं को दहेज के लिए प्रताड़ित कर बहु की हत्या तक कर देती हैं। और कई मामलों में लड़कियां खुद आत्महत्या का मार्ग अपना लेती हैं। ऐसा ही एक मामला हरिद्वार के शांतरशाह गांव से सामने आया है।
बताया जा रहा है कि 7 मार्च को एक गर्भवती महिला की हरिद्वार के शांतरशाह गांव में संधिग्द हालत में मृत्यु हुई। जाँच करने पर पता लगा कि महिला ने खुद को आग लगाकर आत्महत्या की है। इस मामले में मृतका के भाई कुलदीप ने बहादराबाद थाने में शिकायत दर्ज की थी। जिसके बाद से पुलिस जाँच लगातार जारी थी। गर्भवती विवाहिता की मौत का पुलिस जांच में मामले में नया मोड़ आ गया है। मृतका के भाई कुलदीप ने अपने जीजा समेत परिवार के तीन लोगों के खिलाफ दहेज और हत्या का आरोप लगाया है।
वहीं,मृतका के भाई ने बताया कि दो साल पहले जब उनकी बहन की शादी हुई थी तब से लगातार उनके ससुराल वाले बहन प्रियंका को दहेज के लिए प्रताड़ित कर रहे थे। कुलदीप ने अपने जीजा गुड्डू, सास कमलेश, देवर कमल, ननद प्रियंका आए दिन उसकी बहन को दहेज़ के लिए प्रताड़ित करते थे। जिसके चलते उसकी बहन ने खुद को आग लगाकर आत्महत्या कर दी।
आपको बता दें कि आग लगाने के बाद परिजन प्रियंका को पहले हरिद्वार अस्पताल में ले गए जहाँ डॉक्टर्स ने पीड़िता की गंभीर हालत को देखते हुई प्राथमिक उपचार के बाद दिल्ली के लिए रेफर किया। जहाँ उपचार के दौरान उसकी गर्भवती बहन की मौत हो गई । कुलदीप ने बताया की दीदी के ससुराल वालों के बार -बार प्रताड़ित करने पर उसने आत्म हत्या की है।
इसी के साथ एसओ नरेश राठौड़ ने बताया कि पीतपुर गांव निवासी बलवीर सिंह की पुत्री प्रियंका की शादी दो साल पहले शांतरशाह गांव निवासी गुड्डू पुत्र बिजेंद्र के साथ हुई थी। आरोपी पति गुड्डू, सास कमलेश और देवर कमल के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आगे की जाँच जारी है।