हल्द्वानी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम की सुरक्षा दीवार के लिए पहली किस्त मंजूर, इतने करोड़ की धनराशि को मिली मंजूरी । जाने पूरी खबर।
हल्द्वानी के गौलापार स्थित अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम को गौला नदी के कटाव से बचाने के लिए शासन से एक करोड़ चार लाख रुपये की पहली किस्त शुक्रवार को जारी हो गई है।
हल्द्वानी के गौलापार स्थित अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम को गौला नदी के कटाव से बचाने के लिए शासन से एक करोड़ चार लाख रुपये की पहली किस्त शुक्रवार को जारी हो गई है। स्टेडियम के किनारे 200 मीटर के दायरे में सुरक्षा दीवार बनाने के लिए सिंचाई विभाग ने शासन को 2.60 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा था।अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम की जमीन का 750 मीटर का हिस्सा गौला नदी से लगा हुआ है। दो साल से नदी से हो रहे कटाव के कारण स्टेडियम को नुकसान पहुंच रहा है। अक्तूबर 2023 में आई आपदा में स्टेडियम के किनारे का 200 मीटर का हिस्सा नदी में समा गया था। विभाग ने यहां सुरक्षा दीवार बनाने के प्रस्ताव शासन को भेजा था।
इस वर्ष बीती आठ जुलाई को गौला के तेज बहाव के कारण स्टेडियम के 400 मीटर का इलाका खतरे की जद में आ गया है। इस मामले को अमर उजाला ने प्रमुखता से उठाया था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्थलीय निरीक्षण कर स्टेडियम को बचाने के लिए फेज टू के तहत प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए थे।
स्टेडियम को बचाने के लिए पहले फेज में 200 मीटर के दायरे में सुरक्षा दीवार बनाने के कार्य होने हैं। विभाग की ओर से फेज टू का भी प्रस्ताव तैयार किया जाना है। एसडीओ सुभाष जोशी ने बताया कि पहले चरण में 200 मीटर में सुरक्षा दीवार लगाई जाएगी। मुख्यमंत्री से मिले निर्देशों के अनुसार फेज टू के तहत 400 मीटर के इलाके में सुरक्षा दीवार बनाने का प्रस्ताव तैयार किया जाएगा ताकि स्टेडियम सुरक्षित रहे।
गौलापार स्टेडियम को गौला नदी के कटाव से बचाने के लिए 2.60 करोड़ रुपये का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। शासन की ओर से एक करोड़ चार लाख रुपये की पहली किस्त जारी हो गई है। इससे सुरक्षा दीवार बनाने के कार्यों को गति मिलेगी।
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17 जुलाई की रात हुई भारी बारिश के चलते अंतरराष्ट्रीय गौलापार स्टेडियम के ड्रेनेज सिस्टम को नुकसान हुआ है। ड्रेनेज सिस्टम और पार्किंग का 10 मीटर हिस्सा भू-धसाव की जद में आ गया है। पास में लगे दो पेड़ भी गिर गए हैं। खेल उपनिदेशक रसिका सिद्दीकी ने बताया कि स्टेडियम के किनारे के भूभाग में भू-धसाव की स्थिति बनी हुई है। बरसात में कुछ हिस्सा भू-धसाव की चपेट में आ सकता है। किसी बड़े डैमेज की सूचना नहीं है। स्टेडियम की सुरक्षा के कार्य किए जा रहे हैं।