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शनिवार को हुई वर्षा के बाद मौसम फिर शुष्क होने लगा है जिससे जंगल की आग फिर बेकाबू होने लगी है। सोमवार को 24 घंटे के भीतर प्रदेश में आग की 47 नई घटनाएं हुईं। जिनमें कुल 78 हेक्टेयर वन क्षेत्र को भारी नुकसान पहुंचा। वन विभाग की ओर से जंगल में आग लगाने वालों की गिरफ्तारी और मुकदमा दर्ज कराने की कार्रवाई भी की जा रही है अब ।फायर सीजन में अब तक कुल 653 घटनाओं में 814 हेक्टेयर वन क्षेत्र जल चुका है। जिससे लाखों की लागत की वन संपदा का नुकसान हो चुका है।

इसके अलावा अब तक जंगल की आग में दो व्यक्ति भी झुलस चुके हैं। मौसम की बेरुखी के बीच उत्तराखंड के जंगलों में आग की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। तमाम प्रयासों के बावजूद जंगल की आग पर काबू पाने में वन कर्मियों के हाथ-पांव फूल रहे हैं।खासकर रिहायशी क्षेत्रों के आसपास फायर ब्रिगेड की भी मदद ली जा रही है। सेना के सहयोग से वन कर्मी लगातार जंगल की आग को काबू पाने का प्रयास कर रहे हैं।

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प्रदेश में नई टिहरी, रानीखेत, अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चंपावत, नरेंद्रनगर, उत्तरकाशी, तराई पूर्वी, लैंसडौन, हल्द्वानी, रामनगर, रुद्रप्रयाग, केदारनाथ वन प्रभाग, कालागढ़ टाइगर रिजर्व और राजाजी टाइगर रिजर्व व नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क में जंगल की आग की घटनाएं दर्ज की गई हैं।वन विभाग की ओर से मुख्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है।

साथ ही जंगल की आग की सूचना देने के लिए नंबर भी जारी किए गए हैं। लोग 18001804141, 01352744558 पर फोन कर आग की सूचना दे सकते हैं। साथ ही 9389337488 व 7668304788 पर वाट्सएप के माध्यम से भी सूचित कर सकते हैं। इसके अलावा राज्य आपदा कंट्रोल रूम देहरादून को भी 9557444486 और हेल्पलाइन 112 पर भी आग की घटना की सूचना दी जा सकती है।

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