उत्तराखंड: बदरीनाथ-केदारनाथ रेल परियोजना को रफ्तार, अब विस्तार के लिए विशेष सहायता जरूरी
उत्तराखंड जैसे पर्वतीय राज्य के लिए रेल परियोजनाएं ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी को मजबूत करने का एक प्रभावी माध्यम मानी जा रही हैं। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का निर्माण तेजी से हो रहा है, जिससे राज्य को भविष्य की रेल परियोजनाओं को लेकर और अधिक उम्मीदें हैं।
बदरीनाथ और केदारनाथ धाम को रेल नेटवर्क से जोड़ने की प्रक्रिया में तेजी आने के बाद अब उत्तरकाशी और बागेश्वर रेल परियोजनाओं को भी प्राथमिकता देने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। राज्य सरकार केंद्रीय बजट में इन दोनों परियोजनाओं के लिए विशेष सहायता की उम्मीद कर रही है और इस संबंध में केंद्रीय वित्त मंत्री से अनुरोध भी किया गया है।
चारधाम रेल परियोजना के तहत सरकार चाहती है कि बदरीनाथ और केदारनाथ के साथ-साथ गंगोत्री और यमुनोत्री धाम को भी रेल मार्ग से जोड़ा जाए। डोईवाला से उत्तरकाशी तक प्रस्तावित रेल परियोजना के लिए वित्तीय मंजूरी और तेजी से काम शुरू करने की आवश्यकता बताई जा रही है। इसी तरह, बागेश्वर-टनकपुर ब्रॉड गेज रेल परियोजना के निर्माण को लेकर भी केंद्र सरकार से अपेक्षाएं बढ़ रही हैं।
इन रेल परियोजनाओं का सामरिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण योगदान रहेगा। सरकार चाहती है कि इन परियोजनाओं को केंद्रीय बजट में प्राथमिकता मिले, ताकि स्थानीय लोगों को बेहतर परिवहन सुविधाएं मिल सकें। उत्तराखंड सरकार के वित्त सचिव के अनुसार, रेल कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए केंद्र से सहयोग की उम्मीद की जा रही है।