दून-पांवटा हाईवे निर्माण को मिली रफ्तार, दो अंडरपास की मंजूरी के बाद शुरू होगा रुका हुआ काम
जिलाधिकारी सविन बंसल ने ग्रामीणों की समस्याओं को सुलझाकर बल्लूपुर-पांवटा साहिब हाईवे परियोजना के निर्माण कार्य को गति प्रदान की। प्रेमनगर से विकासनगर के बीच इस परियोजना का काम करीब दस महीने से रुका हुआ था। ग्रामीण अंडरपास की मांग को लेकर भूमि पर कब्जा देने को तैयार नहीं थे, जिससे निर्माण कार्य बाधित हो रहा था।
डीएम ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों और एनएचएआई अधिकारियों से बातचीत की और उनकी समस्याओं का समाधान किया। ग्रामीणों की मांग को ध्यान में रखते हुए एनएचएआई से दो अंडरपास मंजूर कराए गए। इसके बाद ग्रामीण सहमत हो गए और अब भूमि पर कब्जा देने की प्रक्रिया शुरू हो रही है।
डीएम ने बताया कि प्रेमनगर, विकासनगर और सुद्धोवाला में जमीन अधिग्रहण के मुद्दे भी हल कर लिए गए हैं। साथ ही मुआवजे की राशि ग्रामीणों को वितरित कर दी गई है। आशारोड़ी-झाझरा बाईपास के लिए 40 हेक्टेयर क्षतिपूरक वन भूमि भी एनएच को सौंप दी गई है, जिससे मसूरी के वैकल्पिक मार्ग का निर्माण जल्द शुरू होगा।
बल्लूपुर-पांवटा साहिब हाईवे परियोजना में 1594.33 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं और इसे फरवरी 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है। परियोजना के तहत उत्तराखंड और हिमाचल के 25 गांवों की जमीन अधिग्रहित की गई है। इसमें उत्तराखंड के 21 गांवों से 127 हेक्टेयर और हिमाचल के 4 गांवों से 9.2 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की गई है।
परियोजना का उद्देश्य दून-पांवटा की दूरी को 5 से 7 किमी तक कम करना है, जिससे यात्रा का समय और ईंधन की बचत होगी। अब स्थानीय मुद्दों का समाधान होने के बाद निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ेगा।