बिहार के सिंघम शिवदीप लांडे और लेडी सिंघम काम्या मिश्रा के इस्तीफों पर सस्पेंस बरकरार
बिहार पुलिस में इस्तीफों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में खबरें आईं कि बिहार के सिंघम के नाम से मशहूर आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, बड़ा सवाल यह है कि क्या बिहार पुलिस मुख्यालय उनका इस्तीफा स्वीकार करेगी या उन्हें मनाने का कोई रास्ता निकाला जाएगा? शिवदीप लांडे अपनी कड़ी कार्यशैली और अपराधियों पर सख्त रवैये के लिए जाने जाते हैं। उनकी लोकप्रियता इतनी है कि उन्हें ‘सिंघम’ के नाम से जाना जाता है। लेकिन उनके इस्तीफे ने पुलिस महकमे में हलचल मचा दी है। खबरों के अनुसार, लांडे ने अपना इस्तीफा पुलिस मुख्यालय को भेज दिया है, और अब इस बात का इंतजार है कि पुलिस मुख्यालय क्या कदम उठाएगा। पूर्णिया आईजी कार्यालय ने लांडे के इस्तीफे की पुष्टि भी कर दी है, जिससे इस खबर की गंभीरता और बढ़ गई है।वहीं, दरभंगा की ग्रामीण एसपी काम्या मिश्रा, जिन्हें ‘लेडी सिंघम’ कहा जाता है, ने भी कुछ समय पहले इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने 5 अगस्त को अपने पारिवारिक कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया था, लेकिन अब तक उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ है। काम्या मिश्रा फिलहाल लंबे अवकाश पर हैं और अपने परिवार के साथ समय बिता रही हैं। उन्होंने इस बात की पुष्टि की है कि वह मुख्यालय से अपने इस्तीफे के स्वीकार होने का इंतजार कर रही हैं। दरभंगा के एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने काम्या मिश्रा के इस्तीफे पर कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है, जिससे इस मामले में और रहस्य पैदा हो गया है। लगभग दो महीने बीत जाने के बाद भी काम्या मिश्रा का इस्तीफा सरकार द्वारा मंजूर नहीं किया गया है, जो यह संकेत देता है कि पुलिस मुख्यालय अभी इस पर निर्णय लेने के लिए तैयार नहीं है।इस बीच, शिवदीप लांडे के इस्तीफे को लेकर भी कई सवाल उठ रहे हैं। लांडे अपनी ड्यूटी पर बने हुए हैं, लेकिन क्या उनके इस्तीफे को भी काम्या मिश्रा की तरह लंबित रखा जाएगा, या फिर पुलिस मुख्यालय जल्द ही इस पर फैसला लेगा? इन दोनों चर्चित आईपीएस अधिकारियों के इस्तीफों ने बिहार पुलिस महकमे में चिंता और अटकलों का माहौल बना दिया है। जहां शिवदीप लांडे की सख्त कार्यशैली उन्हें लोगों के बीच एक लोकप्रिय अधिकारी बनाती है, वहीं काम्या मिश्रा का इस्तीफा भी उनके समर्थकों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। अब देखना यह होगा कि पुलिस मुख्यालय इन इस्तीफों पर क्या रुख अपनाता है और क्या इन दोनों अधिकारियों को वापस अपनी ड्यूटी पर लाने की कोशिश की जाएगी।
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