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दूसरा मैच जीतने के बाद सीरीज को बराबर करने वाला भारत आज यानी रविवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरा मैच खेलने के लिए उतरेगा। भारत जब यह निर्णायक मैच खेलने के लिए उतरेगा तो उसकी नज़र अपने दो मुख्य गेंदबाजों हर्षल पटेल और यजुवेंद्र चहल की फॉर्म पर टिकी रहेगी। भारत ने नागपुर में छह विकेट से जीत हासिल कर सीरीज में बराबरी तो कर ली लेकिन उसके लिए अपने मुख्य गेंदबाजों हर्षल पटेल और यजुवेंद्र चहल की फॉर्म को चिंता का विषय बनी हुई है।

इन दो खिलाडियों को वर्ल्ड कप से पहले फॉर्म में वापस देखना चाहती है टीम
भारतीय टीम अपने इन दो खिलाडियों को वर्ल्ड कप से पहले फॉर्म में वापसी करते हुए देखना चाहती है।लेकिन तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार की खराब फार्म भी चिंता का विषय है। भुवनेश्वर एशिया कप और फिर आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले मैच में भी फ्लॉप नज़र आए थे। उन्हें दूसरे मैच से बाहर कर दिया गया था क्योंकि मैदान गीला होने के कारण आठ ओवर के इस मैच में कप्तान रोहित शर्मा केवल चार गेंदबाजों के साथ उतरना चाहते थे। डेथ ओवरों के विशेषज्ञ हर्षल ने चोट से उबरने के बाद वापसी की है लेकिन उनमें आत्मविश्वास की कमी नज़र आई है।उन्हें लय हासिल करने के लिए एक-दो मैच और खेलने की जरूरत है।

चहल की खराब फॉर्म है चिंता का विषय


आपको बता दें की अपनी विविधतापूर्ण गेंदबाजी के लिए मशहूर इस तेज गेंदबाज ने हाल की सीरीज में छह ओवरों में 81 रन लुटाए हैं और वह सबसे महंगे गेंदबाज भी साबित हुए हैं। हर्षल को लेंथ हासिल करने में दिक्कत आ रही है और उन्हें अभी तक एक भी विकेट नहीं मिला है। भारत बीच के ओवरों में स्पिनरों पर निर्भर है और अक्षर पटेल का अच्छा प्रदर्शन उसके लिए अच्छी खबर है वहीं चहल की खराब फार्म चिंता का विषय। इस लेग स्पिनर ने एशिया कप में काफी रन लुटाए थे और आस्ट्रेलिया के खिलाफ भी इसमें बदलाव नहीं आया है। बल्लेबाजी में भारतीय शीर्ष क्रम में शामिल रोहित, केएल राहुल और विराट कोहली को अपने प्रदर्शन में निरंतरता दिखाने की जरूरत है। सूर्यकुमार यादव भी पिछले कुछ मैचों में अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाए लेकिन अच्छी बात यह है कि हार्दिक पंड्या लगातार अच्छा खेल दिखा रहे हैं।

भारत के बल्लेबाजों की मुख्य कमजोरी है लेग स्पिन

भारत के बल्लेबाजों की एक और कमजोरी लेग स्पिन है। लेग स्पिनरों के खिलाफ उनका संघर्ष जारी है और एडम जंपा भी उनकी इस कमजोरी का फायदा उठा रहे हैं। भारतीय टीम में फिनिशर की भूमिका निभा रहे दिनेश कार्तिक को आगे भी मौका मिलने की संभावना है। रोहित चोटिल रवींद्र जडेजा की जगह लिए गए अक्षर को भी टीम में बनाए रखना चाहेंगे। आस्ट्रेलिया भी भारत की तरह अपने गेंदबाजों के प्रदर्शन को लेकर चिंतित है। पहले मैच में उसने बल्लेबाजों के दम पर जीत दर्ज की जबकि दूसरे मैच में भी कप्तान आरोन फिंच और मैथ्यू वेड ने उसे अच्छे स्कोर तक पहुंचाया था लेकिन गेंदबाज उसका बचाव करने में नाकाम रहे।

2 मैचों में केवल 1 रन बनाने वाले ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल को लेकर टीम प्रबंधन है परेशान

वहीं चोटिल नाथन एलिस की अनुपस्थिति में पैट कमिंस, जोश हेजलवुड और डेनियल सैम्स ने 11 रन हर ओवर की दर से रन लुटाए। ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन भी महंगे साबित हुए हैं। विश्व कप से पहले वेड की बेहतरीन फार्म आस्ट्रेलिया के लिए सकारात्मक पहलू है लेकिन टीम प्रबंधन आलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल से भी बड़ी पारी का उम्मीद कर रहा होगा जिन्होंने दो मैचों में केवल एक रन बनाया है।

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यह है दोनों देशों की टीम


आस्ट्रेलिया-आरोन फिंच (कप्तान), सीन एबाट, एश्टन एगर, पैट कमिंस, टिम डेविड, नाथन एलिस, कैमरन ग्रीन, जोश हेजलवुड, जोश इंगलिस, ग्लेन मैक्सवेल, केन रिचर्डसन, डेनियल सैम्स, स्टीव स्मिथ, मैथ्यू वेड, एडम जांपा।

भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल (उपकप्तान), विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, दीपक हुड्डा, रिषभ पंत, दिनेश कार्तिक, हार्दिक पांड्या, रविचंद्रन अश्विन, युजवेंद्रा सिंह चहल, अक्षर पटेल, भुवनेश्वर कुमार, हर्षल पटेल, दीपक चाहर, जसप्रीत बुमराह, उमेश यादव।
नंबर गेम
2-1 से भारत के पास सीरीज जीतने का मौका। टीम इंडिया ने आस्ट्रेलिया को पिछली टी-20 सीरीज में भी इसी अंतर से हराया था।

9 मैच भारत ने आस्ट्रेलिया के विरुद्ध टी-20 में भारत में खेले हैं, जिसमें से पांच में उसे जीत मिली है, जबकि चार मैच कंगारू टीम ने जीते हैं।

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