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उत्तराखंड से एक बड़ी खबर सामने आ रही है खबर के मुताबिक बताया जा रहा है कि आपदा से प्रभावित उत्तराखंड में एक के बाद एक दुखद घटनाएं हो रही हैं। मामला चमोली का है, जहां एक बड़ा हादसा हुआ है यहां नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर अचानक करंट फैल गया। इस हादसे में 15 लोगों की अकाल मौत हो गई। कई लोग बुरी तरह झुलसे हैं। मरने वालों में पीपलकोटी चौकी प्रभारी प्रदीप रावत और होमगार्ड मुकंदीलाल भी शामिल हैं। फिलहाल 15 लोगों के मरने की सूचना है, 7 लोग झुलसे हैं। कई की हालत गंभीर है। ऐसे में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।

बताया जा रहा है कि सीएम पुष्कर सिंह धामी ने करंट से लोगों की मौत के मामले में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही अधिकारियों को घटना की विस्तृत और गहन जांच के भी निर्देश दिए। उन्होंने डीएम चमोली से घटना की जानकारी ली। घटना चमोली बाजार के पास की है। बुधवार को यहां नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर काम चल रहा था। मौके पर 24 लोग मौजूद थे। तभी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट परिसर में करंट दौड़ गया। हादसे में झुलसे करीब दस लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

वहीं, कुछ झुलसे हुए लोगों को जिला अस्पताल भेजा गया है। बताया जा रहा है कि ये हादसा मीटर के तारों में करंट दौड़ने की वजह से हुआ। चमोली के ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता अमित सक्सेना के मुताबिक बीती रात को बिजली का तीसरा फेज डाउन हो गया था। बुधवार को सुबह तीसरे फेज को जोड़ा गया, जिसके बाद सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट परिसर में करंट दौड़ गया। ट्रांसफार्मर से लेकर मीटर तक कहीं एलटी और एसटी के तार नहीं टूटे हैं। एक चश्मदीद ने बताया कि रात में यहां रहने वाले केयर टेकर का फोन नहीं लग रहा था।

आपको बता दें कि परिजनों ने साइट पर पहुंचकर खोजबीन की तो पता लगा कि केयर टेकर की करंट लगने से मौत हुई है। सूचना मिलते ही परिजनों के साथ कई ग्रामीण भी साइट पर पहुंच गए। जब वह यहां पहुंचे तो पुलिस मामले की जांच कर रही थी। इस दौरान वहां दोबारा से करंट फैल गया। जिसकी चपेट में पुलिसकर्मियों सहित कई लोग आ गए। हादसे में जल संस्थान के जेई संदीप मेहरा और सुशील कुमार भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उन्हें हेलिकॉप्टर के जरिए एम्स ऋषिकेश भेजा जा रहा है। मुख्यमंत्री धामी ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं।

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