मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों और मंत्रियों को निर्देश दिए हैं कि मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं को हर संभव रोकने के प्रयास किए जाएं। बहराइच जिले में भेड़िये के आतंक और अन्य जिलों में तेंदुए जैसे वन्य जीवों के हमलों को लेकर उन्होंने विभागीय मंत्रियों और संबंधित अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आदमखोर भेड़िये और तेंदुए के हमलों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। प्रशासन, पुलिस, वन विभाग, स्थानीय पंचायत और राजस्व विभाग को व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाने की सलाह दी गई है ताकि लोग सुरक्षा के उपायों के बारे में जान सकें।
वन मंत्री ने अतिरिक्त वन कार्मिकों को बहराइच, सीतापुर, लखीमपुर, पीलीभीत, बिजनौर समेत अन्य जिलों में तैनात करने और ज्वाइंट पेट्रोलिंग बढ़ाने के आदेश दिए हैं। वरिष्ठ अधिकारियों को जिलों में कैंप करने और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से कार्य करने की सलाह दी गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में जहां बिजली की कमी है, वहां पेट्रोमैक्स की व्यवस्था भी की जाएगी।
यह भी पढ़ें:– केरल में पहली बार: एक आईएएस अधिकारी ने अपनी पत्नी को मुख्य सचिव के रूप में नियुक्त किया
उत्तर प्रदेश पहला राज्य है, जिसने मानव-वन्य जीव संघर्ष को आपदा घोषित किया है। ऐसे में, वन्य जीवों के हमलों में घायल हुए लोगों और असमय निधन होने वाले लोगों के परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।