इंदौर के ऐतिहासिक महालक्ष्मी मंदिर में इस वर्ष 31 अक्टूबर को दीपावली का उत्सव मनाया गया, क्योंकि इस दिन अमावस्या का योग था। यह मंदिर लगभग 175 वर्ष पुराना है और इसे होलकर राज परिवार ने बनवाया था।

दीपावली के अवसर पर राजपरिवार यहां पूजा अर्चना करता था, और उसके बाद व्यापारी वर्ग एवं अन्य श्रद्धालु माता के दर्शन और पूजा के लिए पहुंचते थे।31 अक्टूबर की रात से ही भक्तों की भीड़ मंदिर में उमड़ पड़ी। श्रद्धालु प्रसाद, चुनरी, साड़ी और पूजा सामग्री लेकर आए, और मंदिर में फूलों से सजी भव्य सजावट के साथ 56 प्रकार के भोग का आयोजन भी किया गया था। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मंदिर में बेरिकेड लगाए गए थे।

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सुबह चार बजे से ही भक्त मंदिर के बाहर कतार में लग गए थे, और जैसे ही माता के श्रृंगार के बाद मंदिर के पट खुले, भक्तों ने दर्शन करना शुरू कर दिया। महालक्ष्मी मंदिर में धन और समृद्धि की देवी के प्रति श्रद्धा रखने वाले भक्त, अपनी सुख-शांति और समृद्धि की कामना करते हैं। यहां विशेष रूप से मराठी भाषी परिवार पारंपरिक परिधानों में पूजा के लिए आते हैं।

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