जम्मू में डेंगू के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है, जहां रोजाना 150 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं और इनमें बच्चों सहित कई लोग प्रभावित हो रहे हैं।
डेंगू अपने पीक पर पहुंचने की ओर है, और मच्छरों के बढ़ते हमलों के चलते पिछले एक हफ्ते में यह संख्या तेजी से बढ़ी है। जम्मू जिले में 80 से 90 मामले रोजाना रिपोर्ट हो रहे हैं, जिसमें 90% मामले नगर निगम क्षेत्र से आ रहे हैं, जिससे पता चलता है कि शहरी इलाकों में मच्छरों का प्रकोप अधिक है।
इस वर्ष अब तक 4315 मामले दर्ज हो चुके हैं। ताजा आंकड़ों में वीरवार को रिपोर्ट किए गए 158 मामलों में से 24 बच्चे शामिल थे। जम्मू जिले में 86, सांबा में 24, कठुआ में 7, उधमपुर में 15, रियासी में 13, राजोरी में 4, डोडा में 6, रामबन में 1, और किश्तवाड़ में 2 मामले मिले हैं। इस बीमारी से भठिंडी की एक महिला की मृत्यु भी हो चुकी है।
जम्मू के विभिन्न इलाकों में सबसे अधिक मामले मुट्ठी से आए हैं (283 मामले)। इसके अलावा, रूप नगर में 140, जानीपुर में 144, विनायक नगर और गांधीनगर में 110-110, भठिंडी में 111, दुर्गा नगर में 106, पलोड़ा में 98, सतवारी में 87, छन्नी हिम्मत में 82, जम्मू में 71, और त्रिकुटा नगर में 66 मामले रिपोर्ट हुए हैं। इन हॉटस्पॉट्स में रोजाना 3 से 9 नए मामले मिल रहे हैं।
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डेंगू के बढ़ते मामलों का कारण कुछ क्षेत्रों में पानी जमा होना है, जैसे कोटभलवाल क्षेत्र के खाली प्लॉटों में खुली टंकियां और अनियोजित निर्माण कार्य, जो मच्छरों के प्रजनन के लिए अनुकूल हैं। इसके अलावा, कुछ जगहों पर छतों पर खुली पानी की टंकियां और निर्माणाधीन सड़कें भी मच्छरों के पनपने के प्रमुख कारण बन रही हैं।