छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा, जिसे पिछले साल नौसेना दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटित किया था, हाल ही में ढह गई है। इस घटना के बाद विपक्षी दलों ने महाराष्ट्र की शिंदे सरकार पर आरोप लगाया है कि उन्होंने इस काम की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया।
महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में हुई इस घटना पर राज्य मंत्री दीपक केसरकर ने गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रतिमा का ढहना बहुत दुखद है और उन्होंने 100 फीट ऊंची नई प्रतिमा की निर्माण की सिफारिश की। केसरकर ने यह भी कहा कि वे इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे और इसके लिए आवश्यक अनुमान तैयार किए जाएंगे। उन्होंने उल्लेख किया कि यह प्रतिमा नौसेना द्वारा बनाई गई थी, और अब उनकी इच्छा है कि एक नई, बड़ी प्रतिमा स्थापित की जाए।
भाजपा नेता नीलेश एन राणे ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि दोषी ठेकेदारों और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आश्वस्त किया कि प्रतिमा को फिर से स्थापित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे और महाराष्ट्र की जनता से धैर्य रखने की अपील की।
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वहीं, यूबीटी शिवसेना के विधायक आदित्य ठाकरे ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि यह प्रतिमा जल्दबाजी में बनाई गई थी और भाजपा की अहंकारी मानसिकता के कारण इसकी गुणवत्ता की अनदेखी की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने केवल छवि की राजनीति के लिए प्रतिमा का निर्माण कराया और स्थानीय लोगों की राय को नजरअंदाज किया।