बदरीनाथ हाईवे पर इस बार अत्यधिक बर्फबारी के चलते कई स्थानों पर हिमखंड गिरने की घटनाएं सामने आई हैं। रड़ांग बैंड, कंचनगंगा समेत अन्य स्थानों पर बड़े हिमखंड आए हैं, जिससे हाईवे को सुचारु बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो गया है।
रड़ांग बैंड और कंचनगंगा में हिमखंड
रड़ांग बैंड के पास इस बार दो नई जगहों पर भी हिमखंड आए हैं। वहीं, कंचनगंगा क्षेत्र में लगभग 11 फीट ऊंचा हिमखंड गिरा, जिसे हटाकर हाईवे को चालू किया गया। हालांकि, मौसम की अनिश्चितता के कारण यह मार्ग बार-बार अवरुद्ध हो सकता है।
बदरीनाथ हाईवे पर नौ स्थानों पर हिमखंड
हनुमान चट्टी से बदरीनाथ धाम तक लगभग 10 किलोमीटर के क्षेत्र में नौ जगहों पर हिमखंड पसरे हुए हैं। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने प्रयास कर माणा गांव तक मार्ग खोल दिया है, लेकिन लगातार हो रही बर्फबारी के कारण आगे की स्थिति चुनौतीपूर्ण बनी हुई है।
बर्फबारी के कारण यात्रा तैयारियों में देरी
बदरीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खोले जाएंगे, लेकिन खराब मौसम और बर्फबारी के कारण यात्रा की तैयारियां अभी तक शुरू नहीं हो सकी हैं। धाम में दो से तीन फीट बर्फ जमा है, जिससे नगर पंचायत और प्रशासन को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
जल संस्थान के कार्य भी प्रभावित
बर्फ के कारण पेयजल लाइनों के सुधारीकरण का कार्य भी अटका हुआ है। चरण पादुका से आईएसबीटी तक लगभग एक करोड़ रुपये की परियोजना के लिए टेंडर हो चुके हैं, लेकिन बर्फ जमी होने के कारण कार्य शुरू नहीं हो पा रहा। जल संस्थान की टीम मौसम सामान्य होने पर कार्य प्रारंभ करेगी।
प्रशासन की नजर, जल्द शुरू होंगी तैयारियां
डीएम डॉ. संदीप तिवारी के अनुसार, जैसे ही मौसम सामान्य होगा, प्रशासन की टीम नगर पंचायत, बीकेटीसी और जिलास्तरीय अधिकारियों के साथ बदरीनाथ धाम का दौरा करेगी। फिलहाल, लगातार हो रही बर्फबारी यात्रा तैयारियों में सबसे बड़ी बाधा बनी हुई है।
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बर्फबारी और हिमखंडों के कारण बदरीनाथ हाईवे पर मार्ग बाधित हो रहा है। बीआरओ और प्रशासन लगातार मार्ग खोलने में जुटे हुए हैं, लेकिन मौसम अनुकूल होने तक यात्रा तैयारियों में देरी हो सकती है।