
बदलते मौसम में लापरवाही बच्चों के स्वास्थ्य पर भारी पड़ सकती है। चिकित्सकों के अनुसार, तापमान में उतार-चढ़ाव होने से बच्चे बीमार हो रहे हैं। दिन के समय गर्मी और रात में ठंड का असर, सर्दी का एहसास करा रहा है, जिससे बच्चे बुखार, खांसी और जुकाम की चपेट में आ रहे हैं।
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लखीमपुर खीरी के जिला महिला अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. नेहा गुप्ता का कहना है कि विशेष रूप से नवजात बच्चों का ध्यान रखना आवश्यक है। बच्चों को सही ढंग से कपड़े पहनाना, कमरे में पंखा या एसी न चलाना जरूरी है, क्योंकि सर्दी, बुखार और जुकाम का समय पर उपचार न करने से यह निमोनिया में बदल सकता है, जिससे बच्चे की हालत गंभीर हो सकती है।