
गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए 2 नवंबर को विधि-विधान से बंद कर दिए जाएंगे। इस दिन दोपहर 12:14 बजे अभिजीत मुहूर्त में कपाट बंद किए जाएंगे। गंगा की डोली गंगोत्री से प्रस्थान कर उसी दिन रात को मारकंडेय मंदिर में विश्राम करेगी।
यह भी पढ़ें :उत्तराखंड: निकाय चुनावों से पहले ओबीसी आरक्षण में हुआ बदलाव, पालिकाओं में बढ़े पद, पंचायतों में कमी
3 नवंबर को गंगा की डोली मुखवा गांव पहुंचेगी, जहां शीतकाल के दौरान छह माह तक गंगा जी के दर्शन किए जा सकेंगे।