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नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक 2024 में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए रजत पदक अपने नाम किया, जिससे वह लगातार दो ओलंपिक में पदक जीतने वाले स्वतंत्र भारत के पहले एथलीट बन गए।

नीरज ने 89.45 मीटर के थ्रो के साथ यह सफलता हासिल की, हालांकि, चोट के चलते वह टोक्यो ओलंपिक 2020 के स्वर्ण पदक वाले प्रदर्शन को दोहरा नहीं पाए। ट्रैक एंड फील्ड में दो ओलंपिक पदक जीतने वाले नीरज पहले भारतीय हैं। 1900 में एथलेटिक्स में दो रजत पदक जीतने वाले नॉर्मन प्रिचर्ड ब्रिटिश मूल के थे।

पेरिस में हुए इस आयोजन में पाकिस्तानी एथलीट अरशद नदीम ने 92.97 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता। नीरज का कहना है कि चोट के चलते उन्होंने पाँच फाउल किए और वह मानसिक रूप से दबाव में थे। नीरज पिछले कुछ समय से ग्रोइन और एडक्टर की समस्याओं से जूझ रहे हैं, जिसने उनके प्रदर्शन को प्रभावित किया है। इस साल उन्होंने सिर्फ तीन प्रतियोगिताओं में भाग लिया और चोट के कारण वह पूरी क्षमता के साथ थ्रो नहीं कर पा रहे थे। उन्होंने यह भी बताया कि फाइनल के दौरान उनका ध्यान चोट पर था, जिससे उनका ध्यान भंग हुआ।

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नीरज ने कहा, “मैंने इस चोट के साथ 89.94 मीटर तक फेंका है, लेकिन जब मैं थ्रो करता हूं, तो मुझे अपनी चोट पर भी ध्यान देना पड़ता है। यह मेरे लिए काफी चुनौतीपूर्ण है। डॉक्टरों ने पिछले साल सर्जरी का सुझाव दिया था, लेकिन मैं अब तक इससे जूझ रहा हूं।” यह स्पष्ट है कि नीरज को चोट से उबरने के लिए बड़े फैसले लेने होंगे, ताकि वह भविष्य में अपनी क्षमता के साथ प्रदर्शन कर सकें।

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