महाकुंभ 2025: उत्तराखंड पवेलियन में देवभूमि की छटा, दिव्य मंदिरों के दर्शन की व्यवस्था
उत्तराखंड पवेलियन में तीर्थयात्रियों के लिए आवासीय सुविधाएं और भोजन उपलब्ध कराए जाने के साथ-साथ एक शानदार टेंट सिटी का निर्माण किया गया है। प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर उत्तराखंड पवेलियन तीर्थयात्रियो को देवभूमि और राज्य की समृद्ध संस्कृति से परिचित करा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशन में महाकुंभ में यह पवेलियन स्थापित किया गया है, जहां प्रतिदिन 10 से 15 हजार यात्री भ्रमण कर रहे हैं।
उत्तराखंड पवेलियन में राज्य के तीर्थयात्रियों को आवास, भोजन और आरामदायक टेंट सिटी की सुविधा दी जा रही है। पवेलियन में उत्तराखंड के प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन, फोटोग्राफी, पारंपरिक उत्पादों के स्टॉल और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री का मानना है कि 2026 में हरिद्वार में होने वाले कुंभ मेले की व्यवस्थाओं में भी इस पहल से मदद मिलेगी।
महानिदेशक उद्योग प्रतीक जैन ने बताया कि पवेलियन में केदारनाथ द्वार को प्रवेश द्वार और बदरीनाथ द्वार को निकासी द्वार के रूप में स्थापित किया गया है। इसके अलावा पवेलियन में चारधाम के साथ-साथ जागेश्वर धाम, गोल्ज्यू देवता और नीम करोली बाबा की प्रतिकृतियां भी प्रदर्शित की गई हैं।